चंपावत : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा क्षेत्र वाले चंपावत जिले के लोग इस बार बजट से कई आस लगाए थे लेकिन पिछले साल के उलट 2023-24 वित्त वर्ष के प्रस्तावित बजट में उनके हाथ खाली रहे। पूर्व सैनिक दान सिंह मेहता सहित कई लोगों का कहना है कि वीआईपी जिला होने से खास सौगात की अधूरी रही। हालांकि पिछले साल के बजट में जिले के लिए तीन प्रावधान हुए थे। एक साल पूर्व प्रस्तावित कई काम जमीन पर नजर भी आ रहे हैं। अभी ये शुरुआती चरण में हैं। वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में चंपावत के लिए ठुलीगाड़-पूर्णागिरि रोपवे का निर्माण प्रस्तावित था। भूगर्भीय सर्वे की अनुकूल रिपोर्ट के बाद अब यह काम जल्द शुरू हो जाएगा। जिला अस्पताल में कैंसर यूनिट के निर्माण की प्रक्रिया भी चल रही है। चंपावत में सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय का कैंपस प्रस्तावित किया गया था। इस कैंपस के लिए पांच करोड़ रुपये स्वीकृत होने के साथ कॉलेज के आधारभूत सुविधाओं के विस्तार, आधुनिकीकरण, स्मार्ट कक्षाओं की कवायद शुरू की गई है।कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूरन सिंह कठायत चंपावत को कुछ खास न देने को जिले की अनदेखी बताते हैं, तो भाजपा के मीडिया प्रभारी मोहन सिंह अधिकारी कहते हैं कि चंपावत के विकास के लिए मुख्यमंत्री लगातार भारी भरकम घोषणाएं कर चुके हैं। ये घोषणाएं जिले के विकास को नई ऊंचाई दे रही है।