गुरुनानक देव जी का प्रकाश पर्व हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया। श्री गुरु महाराज की रहनुमाई और पंच प्यारों की अगुवाई में गुरुद्वारा साहिब से भव्य नगर कीर्तन निकला। नगर कीर्तन में सिख संगत की ओर से सतगुर नानक प्रगट्या मिटी धुंध जग चानन होया, राज करेगा खालसा आकी रहे न कोय के उद्घोष से धार्मिक नगरी गूंज उठी और कीर्तन से नगर भी भक्तिमय हो गया। कीर्तन का नगर में जगह-जगह जलपान, मिष्ठान एवं फल बांटकर स्वागत किया गया।
शुक्रवार को सिख पंथ के प्रथम गुरु गुरुनानक देव जी महाराज का 552वां गुरु पर्व (गुरुनानक देव जी की जयंती) के उपलक्ष्य में बोले सो निहाल सतश्री अकाल के उद्घोष एवं नगाड़े के साथ गुरुद्वारा श्री नानकमत्ता से गुरु महाराज की रहनुमाई व पंच प्यारों की अगुवाई में नगर कीर्तन शुरू हुआ। बृहस्पतिवार को रखे गए श्री अखंड पाठ साहिब के भोग में सैकड़ों श्रद्धालु अरदास में शामिल हुए और सुख-शांति की कामना की।