नई दिल्ली/भुवनेश्वर: ओडिशा के बालासोर
में हुए ट्रेन हादसे की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) से कराई जाएगी। रेल
मंत्री ने रविवार को बयान देते हुए कहा कि अब तक जो जानकारी मिली है, उसके बाद रेलवे
बोर्ड की तरफ से इस मामले की CBI जांच की सिफारिश की गई है।
उन्होंने ये भी बताया कि दो मेन लाइनों में पटरी का काम पूरा हो गया है। बिजली की
लाइनों पर काम चल रहा है। अस्पतालों में घायलों का अच्छा इलाज चल रहा है। जो लोग
इस हादसे में घायल हुए या जान गंवाई उनके परिजन से जुड़ने का प्रयास किया जा रहा
है।
वहीं, बालासोर ट्रेन
हादसे के दो दिन बाद रविवार को ओडिशा सरकार ने दावा किया है कि हादसे में 288 नहीं, बल्कि 275 लोगों की जान गई
है। राज्य के प्रमुख सचिव प्रदीप जेना ने बयान देते हुए बताया कि कुछ शव दो बार
गिन लिए गए थे, इस वजह से मृतकों
की संख्या में गड़बड़ी हुई। हादसे में 1175 लोग घायल हुए, जिनमें से 793 को इलाज के बाद
डिस्चार्ज किया जा चुका है।
अभी तक हादसे की ये वजह आई सामने
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज एक्सीडेंट साइट का जायजा
लेने के बाद कहा कि इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण हादसा हुआ। हमने
जिम्मेदारों की पहचान कर ली है। इसके बाद रेलवे बोर्ड की ऑपरेशन एंड बिजनेस
डेवलेपमेंट मेंबर जया वर्मा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कहा कि शुरुआती
तौर पर लगता है कि सिग्नल में गड़बड़ी थी। उन्होंने रविवार रात 8 बजे तक दो लाइनें ठीक होने की उम्मीद भी जताई।