केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की अध्यक्ष संगीता सिंह ने शनिवार को कहा कि पिछले वित्त वर्ष की तुलना में वित्त वर्ष 22 में आयकर रिटर्न की संख्या में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि पिछले वित्त वर्ष में आयकर रिटर्न की संख्या 7.14 करोड़ रही, जो इससे पिछले वित्तीय वर्ष में 6.9 करोड़ थी।
संगीता सिंह ने कहा कि करदाताओं के आधार और संशोधित रिटर्न दाखिल करने में वृद्धि हुई है। बोर्ड कर संग्रह में वृद्धि देख रहा है, जो आमतौर पर तब होता है, जब देश आर्थिक विकास में ऊपर की ओर रुझान दिखा रहा है। सीबीडीटी अध्यक्ष ने कहा कि यदि आर्थिक गतिविधियां अधिक हो रही हैं, तो खरीद और बिक्री में भी वृद्धि होगी। जब तक अर्थव्यवस्था ऊपर की ओर नहीं जाती है, तब तक करों में वृद्धि नहीं हो सकती है।
सीबीडीटी अध्यक्ष ने आयकर रिटर्न की संख्या में इजाफे को डिजिटल इंडिया के बारे में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पहल और आह्वान का असर करार दिया है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 अवधि के दौरान, लोगों ने अधिक डिजिटल रूप से भुगतान करना शुरू कर दिया है, जो शायद लोगों के दिमाग में बदलाव ला रहा है।