रुद्रप्रयाग: इस बार भी यात्राकाल में ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर सिरोहबगड़ व नरकोटा और गौरीकुंड हाईवे पर बांसबाड़ा, चंडिका धार सहित अन्य अति संवेदनशील भूस्खलन जोन परेशानी का सबब बने रहेंगे। चारधाम यात्रा शुरू होने में लगभग ढाई माह का समय शेष रह गया है, लेकिन अभी तक हाईवे पर अति संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा को लेकर कोई धरातलीय प्रयास शुरू नहीं हो पाए हैं।ऑलवेदर रोड परियोजना में निर्माणाधीन बदरीनाथ व गौरीकुंड हाईवे पर भले ही 75 से 85 फीसदी कार्य हो चुका है, लेकिन अब भी भूस्खलन जोन, खतरे का सबब बने हुए हैं। श्रीनगर से रुद्रप्रयाग के बीच ही बदरीनाथ हाईवे पर हनुमान मंदिर, चमधार, सिरोहबगड़ और नरकोटा भूस्खलन जोन सबसे अधिक खतरनाक हैं। इधर, एनएच के एई धीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि कार्यदायी एजेंसी को संवेदनशील हिस्से को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।