श्रीनगर: ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत ग्राम पंचायत रानीहाट में रात की शिफ्ट में टनल के अंदर काम कर रहे एक कर्मचारी की तबीयत बिगड़ गई. कर्मचारी को अस्पताल पहुंचाया गया. जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई. जिसके बाद आज रानीहाट के पास गुस्साएं कर्मचारियों ने काम पूरी तरह से बंद रखा.टनल के काम में लगे मजदूर राजू चौहान ने बताया 38 वर्षीय सरविंदर प्रसाद निवासी बलिया उत्तरप्रदेश रानीहाट रेलवे निर्माण कार्य में लगी कंपनी में इलेक्ट्रीशियन के तौर पर कार्यरत था. नाइट शिफ्ट के दौरान सुबह 4 बजे सरविंदर ने छाती में दर्द और उसकी सांस फूलने लगी. मजदूर दौड़ते हुए उसे कंपनी डिसपेंसरी ले गए. डिस्पेंसरी में ऑक्सीजन की सुविधा न मिलने से एम्बुलेंस के माध्यम से उसे उपजिला संयुक्त चिकित्सालय ले जाया गया. यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
मजदूरों ने काम बंद करते हुए मृतक के परिवार को मुआवजा देने, रेलवे की डिस्पेंसरी में मेडिकल सुविधा पूर्ण रूप से करवाये जाने और टनल के अंदर वेंटिलेशन की पूरी व्यवस्था किये जाने की मांग की. नवयुगा कंपनी के प्रबंधक राजेश अरोड़ा ने कहा निर्माण क्षेत्र में सभी तरह के सुरक्षा इंतजाम भरपूर हैं. यह केवल इतेफाक है कि कंपनी में कार्यरत कर्मी की हृदयगति रुकने के कारण मौत हुई है.ऑक्सीजन मिलती तो बच जाती जान: संविदा श्रमिक संघ सीआईटीयू पैकेज 5 मलेथा शाखा अध्यक्ष कुलदीप राणा ने बताया मलेथा से लेकर रानीहाट तक रेलवे निर्माणकार्य में लगी कंपनी में कई कमियां होने के चलते मजदूरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कर्मचारी की तबीयत बिगड़ने के दौरान निर्माणदायी कंपनी के पास चार ऑक्सीजन सिलेंडरों में से एक भी भरा नहीं मिला, यदि समय रहते हुए कर्मचारी को ऑक्सीजन मिल जाती तो सरविंदर की जान बच जाती.