नैनीताल : ओवरलोड रोडवेज बस को लेकर कुमाऊं कमिश्नर के एक्शन का असर दूसरे ही दिन से दिखने लगा। नैनीताल में रोडवेज बसों में केवल सिटिंग सवारियों को ही बैठाया गया। अतिरिक्त सवारियों को बस से उतार दिया गया। हालांकि इससे हल्द्वानी से नैनीताल के बीच आधे रास्ते तक जाने वाली सवारियों व छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने सोमवार शाम को अचानक रोडवेज स्टैंड पहुंचकर औचक निरीक्षण किया। जांच में पता चला कि रोडवेज की 34 सीटर बस में 80 सवारियां बैठाई गईं थीं। कमिश्नर ने अतिरिक्त सवारियों को बस से उतार और अधिकारियों को मंगलवार को कैंप कार्यालय में बुलाकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। सोमवार को पूरे दिन रोडवेज बसों में अतिरिक्त सवारियों को नहीं बैठाया गया। रोडवेज के नैनीताल स्टेशन प्रभारी रमेश कुमार रौतेला ने बताया कि बसों में स्टेंडिंग सवारियों को नहीं बैठाया जा रहा है। हालांकि रास्ते की सवारियों के लिए मंगलवार को अतिरिक्त बसों के साथ छह चक्कर ज्यादा लगाए गए। हालांकि इसके बावजूद यात्रियों की भीड़ काफी अधिक है।