जिला अस्पताल में तैनात सर्जन डा. राजीव उपाध्याय और उनकी पत्नी महिला रोग विशेषज्ञ रीमा उपाध्याय की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनो होम आइसोलेट हो गए हैं। सर्जन और महिला डाक्टर के पॉजिटिव होने से जिला अस्पताल में डाक्टरों की कमी हो गई है। इससे रोगियों की दिक्कतें आने वाले दिनों में बढ़ सकती हैं। जिला अस्पताल में डा. रीमा उपाध्याय कोरोनाकाल में प्रसव कर रही थीं। वह यहां से प्रसूता को रेफर नहीं होने दे रही थीं।
आपरेशन की जरूरत पड़ने पर यहीं प्रसव किए जा रहे थे। हालांकि डा. गायत्री पांगती स्वस्थ होकर लौटने वाली हैं, लेकिन रविवार को उनके पॉजिटिव आने पर कई प्रसूता परेशान रहीं। गरुड़ से आई प्रसूता कमला देवी ने बताया कि वह सुबह से अस्पताल में हैं, लेकिन अभी तक भर्ती नहीं हो सकी है।
महिला डाक्टर के पॉजिटिव आने के कारण उनके सामने दिक्कत पैदा हो गई है। इधर, रविवार को स्टाफ नर्सों ने दो डिलीवरी की। जच्चा-बच्चा स्वस्थ व सुरक्षित हैं। वहीं, सर्जन के पॉजिटिव आने के बाद आपरेशन आदि भी प्रभावित हो गए हैं। इधर, सीएमएस एलएस बृजवाल ने कहा कि किसी भी प्रसूता को रेफर नहीं होने दिया जाएगा। जिला अस्पताल में बेहतर व्यवस्था है।
गत माह कोरोना पॉजिटिव डा. पांगती अब स्वस्थ हैं। उन्हें तत्काल ज्वाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि महिला डाक्टर और सर्जन की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें होम आइसोलेट किया गया है। उन्होंने दोहराया कि जिला अस्पताल को रेफरल सेंटर नहीं बनने दिया जाएगा।