देवप्रयाग नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत सौड़ गांव के खेतों के लिये उपयोग होने वाले सिंचाई के पानी को पेयजल में बदले जाने पर ग्रामीणों ने गहरा रोष जताया है। ग्रामीणों ने डीएम पौड़ी को ज्ञापन भेजकर तत्काल पेयजल के लिये बिछाई जा रही पाइप लाइन पर रोक लगाए के साथ मामले की जांच करवाने की मांग की है।देवप्रयाग पौड़ी मार्ग स्थित सौड गांव में खेतों की सिंचाई के लिए बीते 70 वर्ष पहले से ग्रामीणों द्वारा बंधू तोक के स्रोत का उपयोग किया जा रहा है। भूमि के आधार पर सिंचाई का यह पानी 13 हिस्सों में बांटा गया है। ग्रामीण राकेश कुमार टोडरिया ने बताया कि सिंचाई के इस पानी को पेयजल के रूप में बदलने का काम किया जा रहा है, जबकि गांव में पहले से ही पर्याप्त मात्र में पेयजल उपलब्ध है। सौड़ गांव के सिंचित खेतों में काश्तकारो द्वारा अनाज के अलावा कई अन्य नगदी फसलों का उत्पादन किया जाता है, जो उनकी आजीविका का मुख्य साधन भी हैं।