रुद्रपुर/काशीपुर। ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी पर 5185 छात्र-छात्राओं का डेटा रजिस्टर नहीं करने वाले 105 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका जाएगा। इस मामले में जिले के सातों ब्लाॅकों के उप शिक्षा अधिकारी की मानिटरिंग को लापरवाही मानते हुए स्पष्टीकरण तलब किए गए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से हो रही कार्रवाई से शिक्षकों में खलबली मची है। सबसे अधिक सितारगंज के प्रधानाध्यापक हैं।
एक देश-एक स्टूडेंट के तहत प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले प्रत्येक छात्र-छात्राओं का एक यूनिक नंबर अपार आईडी कार्ड में दर्ज होगा। अपार आईडी को आधार से लिंक किया जाएगा। यह आईडी डिजिलॉकर में सदा के लिए उपलब्ध रहेगी। अपार आईडी में विद्यार्थियों को 12 अंकों का स्थायी पहचान नंबर मिलता है। इसमें उनका नाम, पता, जन्मतिथि, फोटो के साथ शैक्षिक योग्यता, खेलकूद की गतिविधियां, स्कॉलरशिप, पुरस्कारों की सभी जानकारी भी ऑनलाइन दर्ज होगी।इसका उपयोग कर विद्यार्थी अपने शैक्षणिक डाटा को सुरक्षित भी रख सकते हैं। अपार आईडी जनरेट करने की जब समीक्षा की गई तो पाया गया कि बाजपुर के 06, गदरपुर के 04, जसपुर 07, काशीपुर के 15, खटीमा के 13, रुद्रपुर के 08 और सितारगंज के सबसे अधिक 51 विद्यालयों के 5185 छात्र-छात्रों की अभी तक अपार आईडी जनरेट नहीं की है।