हरिद्वार। दीपशिखा साहित्यक मंच के संस्थापक अपनी हृदय को छू देने वाली कहानियों , कठिन बातो को कविता के माध्यम से सहज में ही कह देने वाले लाखों लोगों को अपने सरल व्यक्तित्व और साहित्य प्रेम से प्रभावित करने वाले के एल दिवान (कृष्ण लाल दिवान) का निधन हो गया है। धर्मनगरी हरिद्वार में उन्होंने अंतिम समय तक भी साहित्य की सेवा की तथा कई सम्मान और पुरस्कार से नवाजे गए।
84 वर्षीय के एल दिवान का जन्म पाकिस्तान में हुआ था। हिन्दू, उर्दू, अंग्रेजी में उनकी विशेष पकड थी और इन्ही भाषाओं में उन्होंने साहित्यक सर्जन करना प्रारम्भ किया जो अंतिम समय तक जारी रहा। के एल दिवान साहित्यकार के साथ साथ उच्च कोटि के शिक्षक थे इस कारण लोग उन्हें गुरू जी कहा करते थे। के एल दिवान के निधन पर शहर के साहित्यकारों प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेंद्र नाथ गोस्वामी महासचिव राजकुमार एनयूजेआई के अध्यक्ष धर्मेंद्र चौधरी पूर्व अध्यक्ष बालकृष्ण शास्त्री राजेश शर्मा श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिला अध्यक्ष संजय आर्य पूर्व अध्यक्ष दीपक नौटियाल, कवि सुशील त्यागी, मीरा भारद्वाज, गांगेय कमल ,वरिष्ठ पत्रकार कौशल सिखौला, बिजेन्द्र हर्ष, शशि शर्मा, सुनील दत्त पांडे रोटरी क्लब कनखल के पदाधिकारीयो डा0 विशाल गर्ग, गोविंद कृपा समिति की अध्यक्ष अनीता वर्मा भाजपा पार्षद अनिरुद्ध भाटी अशोक सप्रा, विनय कुमार सहित समाज की विभिन्न संस्थाओ ने शोक प्रकट किया है।