आगामी मानसून अवधि में संभावित आपदाओं के दृष्टिगत जिले की तैयारी को लेकर सीएम पुष्कर धामी की अध्यक्षता में हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत शामिल हुए। उन्होंने सीएम को अवगत कराया कि आपदा जैसी घटनाओं के न्यूनीकरण के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। आगामी मानसून के दृष्टिगत निर्माणदायी संस्थाओं की ओर से सभी नदी नालों में सफाई अभियान चलाया जा रहा है। जिससे पानी का जमाव न हो व बीमारी के संक्रमण से बचा जा सके। डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि जिले के संवेदनशील, भूस्खलन क्षेत्र को राजस्व व निर्माणदायी संस्थाओं के साथ मिलकर चिह्नित कर लिए गए हैं। जिले में किसी भी प्रकार की आपदा होने पर जल्द कार्रवाई के लिए जिले के युवाओं को 12 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिससे त्वरित स्थल पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य किया जा सके। उन्होंने बताया कि किसी भी स्थल पर प्रथम रेस्पांडर स्थानीय ग्रामीण लोग ही होते हैं। इसी के मद्देनजर विभिन्न क्षेत्रों के लोगो को प्रशिक्षित किया जा रहा है। डीएम ने बताया कि कुमाऊं की सभी गतिविधियों का संचालन जनपद से किया जाता है। इसी के दृष्टिगत एसडीआरएफ की संख्या बढ़ाए जाने की आवश्यकता है जिससे कुमाऊं के अन्य जिलों में भी आपदा जैसी घटना होने पर त्वरित राहत एवं बचाव का कार्य किया जा सके। वीडियो कांफ्रेंसिंग में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, सीडीओ डॉ. संदीप तिवारी, डीएफओ टीआर बीजूलाल, अपर जिलाधिकारी अशोक जोशी, सीओ संजीव कुमार, एआरटीओ विमल पांडेय, डीएसओ मनोज वर्मन, डीडीएमो शैलेश कुमार सहित अन्य लोनिवि जल, विद्युत के अधिकारी मौजूद रहे।