तनाव, नशे की लत के अलावा और भी कई ऐसी मनोस्थितियां हैं जिनसे उबरने के लिए काउंसलिंग की बातें आपने बहुत सुनी होंगी। लेकिन, पिथौरागढ़ शहर में एक स्कूल ऐसा भी है जहां बंदरों के खौफ से छात्राओं को बाहर निकालने के लिए उनकी काउंसलिंग करनी पड़ रही है। एक साल के भीतर 468 छात्राओं की काउंसलिंग की जा चुकी है।जंगलों में तेजी से बढ़ रहे मानवीय हस्तक्षेप और शहरों में आसानी से मिल जा रहे भोजन के कारण बंदरों ने देशभर के शहरों में तेजी से अपनी आमद बढ़ाई है। पिथौरागढ़ शहर भी इससे अछूता नहीं है। शहर के एक छोर पर बसे गंगोत्री गर्ब्याल बालिका इंटर कॉलेज में तो कटखने बंदरों ने छात्राओं की नींद ही उड़ा दी है। बंदरों का एक पूरा झुंड क्षेत्र में सक्रिय है। आए दिन बंदर छात्राओं पर हमले कर रहे हैं। स्कूल से छात्राओं को सीधे अस्पताल ले जाना पड़ रहा है। प्रवक्ता शहजादी गौसिया ने बताया कि बंदरों के हमले से चार छात्राएं बुरी तरह घायल हो चुकी हैं। जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ गई थी।