रूस के लड़ाकू विमान के अमेरिका के सैन्य टोही ड्रोन को टक्कर मारकर गिराने की घटना के बाद से दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है।
इस मुद्दे पर रूस की रक्षा मंत्री और अमेरिका के रक्षामंत्री के बीच फोन पर बातचीत भी हुई। बातचीत में रूस ने अमेरिका पर उसकी जासूसी करने का आरोप लगाया। बातचीत के बाद अमेरिका के रक्षा मंत्री ने भी कह दिया है कि जहां तक अंतरराष्ट्रीय कानून इजाजत देंगे, वहां तक अमेरिका के विमान उड़ान भरेंगे। अमेरिका ने रूस को चेतावनी भी दी है कि, वह सावधानी से अपने विमानों का संचालन करे।
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने बयान जारी कर कहा कि, जहां-जहां अंतरराष्ट्रीय कानून उड़ान की इजाजत देते हैं, वहां अमेरिका अपने एयरक्राफ्ट उड़ाता रहेगा। यह रूस के ऊपर है कि, वो अपने एयरक्राफ्ट को सुरक्षित और सही तरीके से संचालित करे। ड्रोन गिराने की घटना को अमेरिका ने रूस की लापरवाही और गलत रवैया करार दिया है।
अमेरिका के सेना प्रमुख मार्क माइली ने कहा कि, 'पेंटागन घटना के वीडियो का विश्लेषण कर रहा है और यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि, असर में हुआ क्या था।' मार्क माइली ने कहा कि 'हम जानते हैं कि जानबूझकर हमारे ड्रोन को इंटरसेप्ट किया गया। हम जानते हैं कि यह जानबूझकर उग्र तरीके से किया गया और यह बेहद गलत और असुरक्षित है।'