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DevBhoomi Insider Desk
• Thu, 13 Apr 2023 5:10 pm IST


पैन कार्ड को आधार से लिंक करवाने के नाम पर डेढ़ लाख की ठगी


पौड़ी: साइबर ठगों ने पैन कार्ड को आधार से लिंक करवाने के नाम पर एक व्यक्ति से डेढ़ लाख रुपये की ठगी की. मामला बीते 30 जनवरी का है. जिसमें पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पीड़ित को 99 हजार की राशि वापस दिलाने में कामयाबी पाई है.ठगी का यह मामला 30 जनवरी को कोटद्वार कोतवाली क्षेत्र से सामने आया था. मामले में पीड़ित ने पुलिस को शिकायत पत्र दिया था, जिसमें उन्होंने बताया कि पैन कार्ड को आधार से लिंक करवाने के नाम पर साइबर ठगों ने उनके खाते से 1 लाख 58 हजार 875 की धनराशि पर हाथ साफ कर लिया.एसएसपी कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार 30 जनवरी को कोटद्वार के अपर कालागढ़ डॉ महेंद्र पाल सिंह ने कोतवाली में एक शिकायती पत्र दिया. जिसमें उन्होंने बताया पैन कार्ड को आधार से लिंक करवाने के नाम पर साइबर ठगों ने उन्हें झांसा दिया और उनके खाते से 1,58,875 की धनराशि निकाल लिए.पीड़ित ने बताया कि उनके मोबाइल पर कॉल आई, जिसमें ठगों ने कहा आपके पैन को आधार से लिंक किया जाना है. इसके लिए साइबर ठगों ने उनके मोबाइल पर एक ओटीपी भेजी. जिसे कोटद्वार निवासी महेंद्र पाल सिंह ने ठगों के साथ साझा कर दिया. इसके बाद साइबर ठगों ने मोबाइल से उनके बैंक खाते की सारी जानकारी हैक कर ली और उनके खाते से 1,58,875 की धनराशि निकाल ली.खाते से पैसा गायब होने पर महेंद्र ने इसकी शिकायत कोटद्वार थाने में की. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए बैंक से पत्राचार किया. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पीड़ित के खाते में 99 हजार की राशि वापस दिलाने में कामयाबी पाई है.जबकि दो अन्य मामलों में भी साइबर ठगों ने पीड़ितों के खाते से पैसे उड़ाए थे. जिसमें कोटद्वार चर्च रोड निवासी स्पर्श प्रजापति के खाते से 10 हजार और पदमपुर मोटाढाक, कोटद्वार निवासी ममता असवाल के खाते से 30 हजार की ऑनलाइन ठगी की गई थी. ये ठगी बीते फरवरी माह में हुई, जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली में की. पुलिस ने दोनों मामलों में कार्रवाई करते हुए. स्पर्श प्रजापती और ममता असवाल को पूरी धनराशि वापस दिलवाने में कामयाबी पाई है.
पौड़ी एसएसपी श्वेता चौबे ने बताया ऑनलाइन ठगी मामले में साइबर सेल ने कार्रवाई करते हुए संबंधित पेमेंट गेटवे और बैंक नोडल से इन पेमेंट पर कार्रवाई को कहा गया. जिसके बाद संबंधितों को उनकी धनराशि वापस करवाई गई है.