पहाड़ी उत्पादों के जायके की बात ही निराली है। बदलते दौर के साथ पहाड़ी उत्पाद देश-विदेश में अपनी महक बिखेर रहे हैं, साथ ही इनके जरिए लाखों लोगों को रोजगार भी मिला है। आज हम आपको पहाड़ के एक ऐसे ही युवा के बारे में बताएंगे, जिन्होंने सालों पहले पहाड़ी खाद्य पदार्थों से अचार, सॉस, स्क्वैश, मसाले-लूंण आदि बनाने की शुरुआत की थी।
आज वो इन्हीं पहाड़ी उत्पादों के जरिए सालभर में 24 से 25 लाख रुपये तक की कमाई कर रहे हैं। इनका नाम है मनीष सुंदरियाल। मनीष पौड़ी गढ़वाल जिले के नैनीडांडा ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम डुंगरी में रहते हैं। साल 1998 में उन्होंने अपने पिता संग मिलकर पहाड़ी उत्पादों को मंच देने की शुरुआत की थी।
ये काम मुश्किल जरूर था लेकिन मनीष ने हार नहीं मानी। मनीष बताते हैं कि 90 के दशक में उनके साथी शहरों का रुख कर रहे थे। ऐसे वक्त में भी वो गांव में रहकर ही कुछ अलग करना चाहते थे। उन्होंने डेढ़ लाख की पूंजी लगाकर अपना काम शुरू किया और आम, कटहल, तिमला, सेमल, जंगली आंवला, माल्टा, बुरांश और अदरक आदि उपज से कई खाद्य पदार्थ तैयार किए।