गौरतलब है कि, दिल्ली की नई आबकारी नीति के बाद 2015 में दिल्ली सरकार की ओर से गठित फीडबैक यूनिट यानि एफबीयू की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानि सीबीआई की शुरुआती जांच के बाद डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की सिफारिश की गई थी।अपने प्रतिद्वंदियों पर झूठे केस करना एक कमज़ोर और कायर इंसान की निशानी है।
— Manish Sisodia (@msisodia) February 22, 2023
जैसे जैसे आम आदमी पार्टी बढ़ेगी, हम पर और भी बहुत केस किए जाएँगे। https://t.co/hu37UOytyt