हरिद्वार कुंभ में अखाड़ों की छावनी बनाने को लेकर सरकार के तरफ से अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है । जिससे अखाड़ों में असमंजस की स्थिति है।वहीं मेला अधिष्ठान अखाड़ों सहित अन्य संस्थाओं को अब तक भूमि का आवंटन शुरू नहीं कर पाया है। जबकि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद और उससे जुड़े बैरागी अखाड़े इसे लेकर कई बार अपनी नाराजगी जता चुके हैं।बताया जा रहा है कि सरकार हरिद्वार कुंभ के दौरान कोरोना के चलते मेला क्षेत्र में टेंट सिटी और अखाड़ों की छावनी की स्थापना करने के पक्ष में नहीं है। ऐसा भी कहा गया है कि श्रद्धालु हरिद्वार के होटल, धर्मशालाओं, मठ-मंदिरों और आश्रम में रह कर कुंभ के निमित्त अपने धार्मिक कार्यों को पूरा करते हुए कुंभ स्नान करें। जबकि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद सहित सभी अखाड़े इसके पक्ष में नहीं है।