रूस ने यूक्रेन पर अपने हमलों का बचाव करते हुए साफ कहा कि, कीव में मित्र सरकार बनने पर ही ये हमले रोके जाएंगे।
रूसी विदेश मंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में अपने कब्जे वाले यूक्रेनी इलाकों में जबरन जनमत सर्वेक्षण कराने का बचाव करते हुए कहा कि, यूक्रेन के इन इलाकों मे रूसी भाषियों पर अत्याचार किए जा रहे थे। जो हिस्से और लोग रूस में शामिल होंगे, उनकी हर हाल में पूरी सुरक्षा की जाएगी।
यूक्रेन के जरिये पश्चिमी देशों ने रूस के पास सैन्य कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा था। इस हालात में रूस को पश्चिमी देशों ने जबरन घसीटा। उन्होंने कहा, कि, अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को रूस नहीं, बल्कि अमेरिका और उसके सहयोगी मिलकर कमजोर बना रहे हैं। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने तीन लाख फौजी यूक्रेन भेजने का एलान किया था।
तमाम युवा रूस से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें जबरन सेना में शामिल किए जाने का डर है। इधर, यूक्रेन और रूस दोनों ने एक-दूसरे पर हमले का आरोप लगाया। यूक्रेनी सेना ने कहा कि रूस ने बीते 24 घंटे में कई नागरिक ठिकानों को भी निशाना बनाया। वहीं, रूस ने कहा कि यूक्रेनी बलों में खेरसान में एक होटल पर हमला किया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।