हल्द्वानी। विद्यार्थियों का कहना है कि हिंदी भाषा का एक विशिष्ट सौंदर्य है, जो अन्य भाषाओं में देखने को नहीं मिलता है। हिंदी साहित्य बहुत समृद्ध है लेकिन विडंबना यह है कि हिंदी भाषा अपने ही घर में उपेक्षित है। इसका मुख्य कारण नई तकनीकी शब्दावली का कम प्रचलन हो सकता है।
अमर उजाला की ओर से सिंथिया सीनियर सेकेंडरी स्कूल में हिंदी हैं हम के तहत आयोजित भाषण प्रतियोगिता छात्र-छात्राओं ने कहा कि राष्ट्र को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए संस्कृति के साथ ही भाषा का समृद्ध होना जरूरी है। हिंदी भाषा जितनी समृद्ध होगी उतना ही समृद्ध और देश होगा और देश के नागरिक होंगे। देशवासियों को हिंदी भाषा का सम्मान करना चाहिए।