ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में नवनिर्मित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट में स्वदेशी फाइटर जेट एलसीए तेजस की ऑक्सीजन तकनीक का प्रयोग किया गया है। डीआरडीओ ने 24 घंटे में एक हजार लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाले प्लांट को महज दो माह में तैयार किया है। इसके बाद एम्स की ऑक्सीजन आपूर्ति क्षमता दोगुनी हो गई है।
कोरोना की आशंकित तीसरी लहर के मद्देनजर पूरे देश में ऑक्सीजन पावर बैंक को बढ़ाया जा रहा है। देशभर में 548 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने की जिम्मेदारी डीआरडीओ को दी गई है। प्लांट में प्रेशर स्विंग एडसोर्पशन (पीएसए) मालिक्यूलर सीइव (जियोलाइट) तकनीक के प्रयोग से वातावरण में मौजूद तकनीक से ऑक्सीजन बनाई जाती है।