हरिद्वार : गंगा की स्वच्छता और अविरलता के लिये प्राणों का बलिदान देने वाले स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद उर्फ जीडी अग्रवाल की जयन्ती पर हरिद्वार के मातृसदन आश्रम में उनके बलिदान को याद किया गया। इस दौरान स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। बुधवार को प्रो. गुरुदास अग्रवाल उर्फ स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद के बलिदान को याद करते हुए मातृ सदन के अध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने कहा कि स्वामी सानंद का जन्म गंगा और पर्यावरण की रक्षा के लिए हुआ था। मातृसदन में स्वामी सानंद के 2010 में किये अनशन का ही परिणाम था कि भैरोघाटी, लोहारीनागपा और पालामनेरी जल विद्युत परियोजनाएं बंद हुईं। गोमुख से 135 किलोमीटर तक के क्षेत्र को ‘संवेदनशील पर्यावरण क्षेत्र घोषित किया गया। 2018 में दोबारा गंगा की अविरलता और निर्मलता के लिए उन्होनें अनशन किया। उन्होंने कहा कि 111 दिनों के अनवरत तपस्यारत सानंद को सरकार ने जबरन मातृसदन से उठाकर उन्हें 24 घंटे के अन्दर मृत घोषित कर दिया। मातृ सदन आज तक स्वामी सानंद लड़ाई को लड़ रहा है।