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Surinder Singh
• Sat, 27 Feb 2021 6:16 pm IST


गोल्डन कार्ड धारक मरीज का हुआ 6 लाख का मुफ्त इलाज


नैनीताल निवासी एक 62 वर्षीय व्यक्ति पिछले दिनों एम्स की इमरजेन्सी में आया था। बार-बार बेहोश हो जाने और सांस फूलने की बीमारी से ग्रसित इस व्यक्ति के दिल की धड़कन भी बार-बार रूक जाती थी। डाॅक्टरों की टीम ने मरीज की जांच की तो पता चला कि उसे हार्ट फेलियर की समस्या है। 

एम्स के काॅर्डियालोजी विभाग के एसोशिएट प्रोफेसर डाॅक्टर वरूण कुमार ने बताया कि उन्होंने मरीज को बचाने के लिए बिना बेहोश किए उसके शरीर में सीआरटी डिवाईस प्रत्योरोपित करने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि बिना बेहोश किए डिवाईस लगाने की प्रक्रिया बहुत जटिल होती है। लेकिन मरीज का जीवन बचाने के लिए जोखिम लेते हुए डाॅक्टरों की टीम ने इस तकनीक का उपयोग करने में अथक प्रयास किए। सीआरटी डिवाईस प्रत्यारोपित करने के बाद उसे एक सप्ताह तक अस्पताल में रखा गया।

डाॅक्टर वरूण ने बताया कि पेशेन्ट के इलाज का खर्च बहुत ज्यादा था, ऐसे में उसका गोल्डन कार्ड काम आया। उसके इलाज में 6 लाख रूपये खर्च आया है। यह खर्च गोल्डन कार्ड योजना द्वारा वहन किया गया है।गोल्डन कार्ड योजना में 5 लाख से अधिक राशि के इलाज का यह राज्य का पहला मामला है।