पिथौरागढ़ : कोविड-19 में नियुक्त आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मियों ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में समायोजित करने, मानदेय देने समेत अनेक मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। आउटसोर्स कर्मियों का कहना है कि कोविड काल में अपनी जान जोखिम में डाल वे सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।बुधवार को यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष ऋषेंद्र महर के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय के निकट आउटसोर्स कर्मियों ने प्रदर्शन कर आक्रोश प्रकट किया। महर ने कहा कि प्रदेश सरकार आउटसोर्स स्वास्थ्य कर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जबकि आउटसोर्स से नियुक्त स्वास्थ्य कर्मी कोविड काल में फ्रंटलाइन में खड़े होकर अपने सेवाएं दे रहे हैं। उनका कांट्रेक्ट तीन-तीन महीने के लिए बढ़ाया जा रहा है। उनके सुरक्षित भविष्य को लेकर सरकार कोई स्पष्ट योजना नहीं बना रही है। आउटसोर्स कर्मियों ने कहा कि यदि शीघ्र इन मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया तो वह सामूहिक इस्तीफा देने को मजबूर होंगे।