पंकज
त्रिपाठी अपनी आने वाली फिल्म शेरदिल: द पीलीभीत सागा की रिलीज के लिए तैयार हैं।
सच्ची घटनाओं से प्रेरित श्रीजीत
मुखर्जी के निर्देशन में अर्बनाइजेशन के उल्टे प्रभावों, मानव-पशु संघर्ष और गरीबी
के इर्द-गिर्द घूमती एक कहानी को सामने लेकर आई है। जो एक जंगल के किनारे बसे एक
गांव में एक विचित्र प्रथा को दिखाती है। फिल्म पंकज को एक ग्राम प्रधान गंगाराम
के रूप में दिखाती है, जो
दो बच्चों का पिता भी है। दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान पंकज ने बताया कि
जब उन्होंने पहली बार कहानी के बारे में सुना
तो यह जानकर हैरान
रह गए कि ऐसा कुछ हुआ है।
पंकज
त्रिपाठी ने जंगल में शूटिंग के इस अनुभव के बारे में शेयर किया। उन्होंने कहा,“मुझे जंगलों,
जानवरों,
पौधों और पेड़ों
से बहुत लगाव है। फिल्म की कहानी न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में इंसानों
और जंगल के बीच लड़ाई पर केंद्रित है। गंगाराम के किरदार के जरिए हम उसी चीज पर
फोकस कर रहे हैं। मुझे प्रकृति और जानवरों से प्यार है। फिल्म करने के बाद प्रकृति
और उसकी सुंदरता के लिए मेरा प्यार और बढ़ गया। काश हम 20 दिनों से अधिक समय तक
जंगल में शूटिंग कर पाते।"
बता दें कि
शेरदिल पीलीभीत टाइगर रिजर्व में हुई एक वास्तविक जीवन की घटना से प्रेरित है,
जहां ग्रामीण अपने
बुजुर्ग परिवार के सदस्यों को बाघों के शिकार के लिए छोड़ देते थे और फिर प्रशासन से
मुआवजे का दावा करते थे। हालांकि बुजुर्गों
पर लगातार होने वाले हमलों के बाद वन अधिकारियों को ग्रामीणों पर शक हुआ।
पंकज ने
कहा, "मैं एक दशहरा पूजा में शामिल होने के लिए कोलकाता गया था और मैं वहां
श्रीजीत मुखर्जी से मिला और उन्होंने मुझे बताया कि एक कहानी है जिसे मैंने
समाचारों में देखा है और मैं उस पर एक फिल्म बनाना चाहता हूं। जब मैंने पहली बार
इसके बारे में सुना, तो
मैं यह जानकर चौंक गया कि क्या ऐसा हुआ था और मुझे इसकी जानकारी नहीं थी।"
फिल्म के
बारे में उन्होंने कहा,'शेरदिल
पीलीभीत की कहानी है लेकिन यह मुंबई की भी कहानी है। मुंबई में आरे में एक वन
क्षेत्र है जहां हम अक्सर तेंदुओं के शहरी क्षेत्रों में जाने की कहानियां सुनते
हैं। आदमी बनाम जंगली संघर्ष चल रहा है और यही हम इस फिल्म के माध्यम से
व्यंग्यपूर्ण तरीके से दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। यह कुछ ऐसा है जो पूरी दुनिया
में होता है।"
नीरज काबी
और सयानी गुप्ता अभिनीत, शेरदिल
24 जून को सिनेमाघरों में उतरने के लिए तैयार है।