भारत और नेपाल की सेनाओं का संयुक्त युद्धाभ्यास सूर्यकिरण-15 लगातार चौथे दिन भी जारी रहा। युद्धाभ्यास में दोनों देशों के 300-300 जवानों ने हिस्सा लिया। इस दौरान दोनों देशों के जवानों ने आतंक से निपटने के लिए कई तकनीकी जानकारियों के बारे में जाना और युद्ध कौशल भी दिखाया। सैन्य अधिकारियों ने आधुनिक हथियारों आदि की जानकारी भी दी। पिथौरागढ़ के सैन्य क्षेत्र में भारत और नेपाल के बीच चल रहे संयुक्त युद्धाभ्यास के दौरान दोनों देशों के जवानों ने आतंकवाद विरोधी अभियान और आईईडी और बूबी ट्रेप से निपटने के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता साझा की। अभ्यास के दौरान दोनों देशों के जवानों ने आतंकवादियों के ठिकानों को भी नष्ट किया। 14 दिनों तक चलने वाले इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों के जवान एक-दूसरे के युद्ध कौशल और तकनीक साझा करेंगे। जवानों को जमीनी युद्ध, आतंकवाद से निपटने के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तकनीक आदि का भी अभ्यास कर रहे हैं। आधुनिक युद्ध कौशल का प्रशिक्षण ले रहे दोनों देशों के जवानों में इस संयुक्त युद्धाभ्यास को लेकर काफी उत्साह बना हुआ है। दोनों देशों के जवान एक दूसरे को अपनी-अपनी भाषा भी सिखा रहे हैं।