चीन के शिनजियांग प्रांत में सवा करोड़ उइगर मुसलमानों का खिलाफ मजहब के नाम पर राजकीय दमन हो रहा है। और इस्लाम के ठेकेदार देश इस पर न केवल चुप हैं, बल्कि साथ द रहे हैं।
अपने चार साल के कार्यकाल खत्म करने के कुछ मिनट पहले संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार की आयुक्त मिशेल बैचलेट ने बहुप्रतिक्षित रिपोर्ट 31 अगस्त को जारी की। रिपोर्ट में चीन पर 'मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन' का आरोप लगाया गया है। इसमें विश्वसनीय साक्ष्य मिलने की बात की गई है, जिससे सिद्ध होता है कि शिनजियांग में 'मानवता के खिलाफ अपराध' हो रहा है, जिसमें यौन शोषण और नसबंदी जैसी बातें भी शामिल हैं।
इसमें कहा गया है कि चीन ने शिनजियांग में मुस्लिमों को बंदीगृह/नजरबंदी केंद्रों में तरह-तरह की प्रताड़नाएं दी जाती हैं। जबरन नसबंदी के चलते 2017 से 2019 में जन्म दर में 48.7 फीसदी की गिरावट आई है। चीन में इस्लामी मान्यताओं और अभिव्यक्तियों पर प्रतिबंध के साथ शिनजियांग में आतंकवाद-अलगाववाद रोधी 'स्ट्राइक-हार्ड' अभियान के अंतर्गत मस्जिदों और कब्रिस्तानों तक को जमींदोज किया जा रहा है।