फल और सब्जी उत्पादन के लिए मशहूर भैंसियाछाना ब्लॉक का बबुरिया नायल गांव अभी सड़क से नहीं जुड़ पाया है। आजादी के 75 साल बाद भी इस गांव के लोगों को सड़क तक पहुंचने के लिए धौलछीना तक आठ किमी पैदल चलना पड़ता है। सुविधाओं के अभाव में गांव से 78 परिवार पलायन कर चुके हैं। अब गांव में मात्र 29 परिवार रह गए हैं। इसमें भी अधिकतर बुजुर्ग हैं। ब्लॉक मुख्यालय से छह-सात किमी दूर बिनसर वन्य जीव अभयारण्य के तलहटी पर बसा बबुरिया नायल गांव पहले कभी फल, सब्जी की मंडी के रूप में जाना जाता था। सरकार की बेरुखी के चलते अब गांव की लगभग 80 प्रतिशत आबादी पलायन कर चुकी है। सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार के अभाव में ग्रामीण लगातार पलायन कर रहे हैं।