पौड़ी : गढ़वाल और कुमाऊं की सीमा से सटे हुए दुसान क्षेत्र में विराजमान मां भगवती कालिंका का मेला 27 दिसंबर को आयोजित किया जाएगा। मान्यता है कि इस आराध्य देवी के मेले को 15 गांवों के बडियारी वंशज द्वारा किया जाता है। इसमें प्रवासी लोगों सहित दिल्ली, चंडीगढ़, आगरा, गुजरात, मुंबई, हरियाण अन्य राज्यों से श्रद्वालु अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए मां भगवती के दराबर में पंहुचते हैं। महाकाली मंदिर ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी अजीत बडियारी ने बताया कि 17वीं शताब्दी के मध्य बडियारी कुल के प्रथम व्यक्ति स्व: ललित बडियारी, लैली बूबा द्वारा दुनात क्षेत्र के मां भगवती कालिंका मंदिर की स्थापना की गई थी।