इस्लामाबाद: पाकिस्तान में नेशनल असेंबली भंग होने के बाद देश को चलाने के लिए अनवर उल हक को केयर टेकर प्रधानमंत्री बनाया जाएगा। सरकार और विपक्ष में इस नाम पर सहमति बनी है। ये ब्लूचिस्तान अवामी पार्टी (BAP) के सीनेटर हैं। शाहबाज शरीफ और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता राजा रियाज ने उनके नाम को राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अनवर उल हक
पाकिस्तान के 13 अगस्त को शपथ
लेंगे। पाकिस्तान के संविधान के मुताबिक संसद भंग होने के बाद एक न्यूट्रल केयर
टेकर सरकार 90 दिनों के भीतर
देश में कामकाज के लिए जिम्मेदार होती है। अब अनवर पर ही पाकिस्तान में निष्पक्ष
चुनाव कराने की जिम्मेदारी होगी।
कौन हैं 2018 में सांसद चुने गए अनवार उल हक?
संसद भंग होने के तीन दिन के भीतर
प्रधानमंत्री और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता आम सहमती से कार्यवाहक
प्रधानमंत्री के नाम की सिफारिश करते हैं। राष्ट्रपति इस सिफारिश पर मुहर लगाते हैं।
अगर प्रधानमंत्री और विपक्ष के नेता के बीच आम सहमती नहीं बन पाती तो दोनों की ओर
से 2-2 नाम कमेटी को
भेजे जाते हैं। आठ सदस्यों वाली
कमेटी की नियुक्ति नेशनल असेंबली के स्पीकर करते हैं। ये कमेटी तीन दिनों के भीतर कार्यवाहक पीएम का नाम फाइनल
करती है।
पाकिस्तान के वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर के मुताबिक, अनवर उल हक का केयरटेकर प्रधानमंत्री बनना लगभग तय था। इस
कारण उनसे जुड़ा कोई बड़ा विवाद नहीं होना है। उनका परिवार पश्तून ट्राइबल से
ताल्लुक रखता है। वह बलोच और पश्तून दोनों में पकड़ रखते हैं। 2018 में वो पहली बार
बतौर इंडिपेंडेंट कैंडिडेट सीनेटर चुने गए थे।