ऋषेश्वर मंदिर में स्वामी मोहनानंद के आत्मदाह की चेतावनी देने के बाद आमरण अनशन पर बैठे उनके शिष्य ऋषेश्वरानंद ने भी पुलिस को पत्र भेजकर प्राण त्यागने की कड़ी चेतावनी दी है। स्वामी ने कहा कि अगर प्रशासन सोमवार को उद्घाटन का कार्यक्रम नहीं रुकवाता है तो वह अपने प्राण त्याग देंगे।स्वामी ने आरोप लगाया कि गीता भवन का नाम बदलकर उद्घाटन की तैयारियां चल रही हैं, जो कि गलत है। स्वामी ने प्रशासन से शीघ्र ही कार्रवाई की मांग की है। हालांकि पुलिस ने शनिवार को मंदिर समिति सहित स्वामी मोहनानंद को शांतिभंग में पाबंद कर दिया था। साथ ही एसडीएम ने धर्मशाला के उद्घाटन की अनुमति को भी निरस्त कर दिया था। मंदिर में पुलिस का पहरा भी बढ़ा दिया गया है। ऋषेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रहलाद सिंह मेहता ने बताया कि सोमवार को ऋषेश्वर भवन शुद्धीकरण का कार्य होगा। जिसमें पूजा अर्चना, देवडांगर स्नान, हवन, प्रसाद वितरण होगा। जिससे भविष्य में धर्मशाला पर किसी भी कार्य को किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि सावन के अंतिम सोमवार होने के कारण मंदिर में देवडांगर आदि भी स्नान के लिए आएंगे।