श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में गुरु स्मृति पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान अखाड़े स्थित गुरुद्वारे में शबद कीर्तन और अरदास कर विश्व कल्याण की कामना की गयी। कार्यक्रम में उपस्थित श्रद्धालु संगत को संबोधित करते हुए कोठारी महंत जसविन्दर सिंह ने कहा कि गुरु ही परमात्मा का दूसरा स्वरूप हैं। जो समाज का मार्गदर्शन कर अपने भक्तों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। गुरुजनों की प्रेरणा से ही व्यक्ति में उत्तम चरित्र का निर्माण होता है और गुरु शिष्य परंपरा देश विदेश में भारत को महान बनाती है।