नैनी गांव में 39 वर्षीय नरेश सिंह सामंत रोज की तरह गांव से सटे जंगल में बकरी चराने गए थे, एक तेंदुआ उनकी बकरी पर झपटा तो उन्होंने शोर मचाकर उसे भगाने की कोशिश की तो तेंदुए उनकी ओर झपटा। नरेश के हाथ में धारदार हथियार था, आत्मरक्षा में उन्होंने उसी से तेंदुए पर हमला किया, जिससे तेंदुआ की मौके पर ही मौत हो गई। नरेश ने इसकी जानकारी वन विभाग को दी। सूचना मिलते ही वन रेंजर डीसी जोशी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया अगर नरेश तेंदुए पर हमला नहीं करते तो वह उन्हें मार डालता। टीम ने तेंदुए का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद शव नष्ट कर दिया।