बागेश्वर-स्वास्थ्य विभाग मोबाइल टीम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र में शिविर लगाकर लोगों की जांच तो कर रहा है, लेकिन जांच रिपोर्ट समय पर नहीं मिलने से लोगों में डर का माहौल बना हुआ है। आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट एक सप्ताह के बाद मिल रही है। इस दौरान जिसके सेंपल ले रखे हैं वह पूरे गांव में घूम रहा है। इससे कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। कई गांवों में 18 दिन बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं आई है। इस कारण लोग डर के साये में जीवन यापन कर रहे हैं। मालूम हो कि स्वास्थ्व विभाग 14 मोबाइल टीम के साथ गांव में शिविर लगा रहा है। यहां लोगों की कोरोना जांच हो रही है। जांच भी दो किस्म की हो रही है। एक रैपीट एंटीजन तथा दूसरी आरटीपीसीआर। एंटीजन की रिपोर्ट तो हाथोंहाथ मिल रही है, लेकिन आरटीपीसीआर की रिपोर्ट आने में एक सप्ताह का समय लग रहा है। कई गांवों में जांच के 11 दिन बाद भी रिपोर्ट लोगों को नहीं मिल पाई है। रिपोर्ट नहीं मिलने के कारण लोग दहशत में हैं। जिसकी जांच हुई है वह इस बात को लेकर संशय में जी रहा है कि उसकी जांच पॉजिटिव आई की निगेटिव। जांच से लेकर रिपोर्ट आने तक लोग पूरे गांव में घूम रहे हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।