मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज हरिद्वार पहुंचे, जहां उन्होंने संत रविदास मंदिर पहुंचकर संत रविदास के जन्मोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की. इसी बीच सीएम धामी ने असम में मुस्लिम विवाह और तलाक अधिनियम को रद्द किए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा सभी को समान नागरिकता का अधिकार है. हमारा संविधान इसकी इजाजत देता है, इसलिए असम सरकार ने जो किया वो अच्छा किया. वहीं, उन्होंने यूसीसी को लेकर कहा कि सभी धर्मों और जाति के लोगों ने यूसीसी को अपना समर्थन दिया है, जिसके बाद उसे लाया गया है.
बता दें कि असम ने UCC की ओर पहला कदम बढ़ाया है. हिमंत सरकार ने मुस्लिम मैरिज और डिवोर्स एक्ट 1935 को खत्म करने का फैसला लिया है. जिससे राज्य में अब सभी शादियां स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत की जाएंगी. सरकार की ओर से कहा गया है कि हमारा मानना है कि यह बाल विवाह को खत्म करने की दिशा में भी एक बड़ा कदम है. बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई. राज्य में अब सभी शादियां और तलाक स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत होंगी.