बागेश्वर-प्रख्यात पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा पहाड़ से हो रहे खनन के पूरी तरह खिलाफ थे। वह पर्वतीय क्षेत्र में खनन को शरीर से हड्डी निकालने के समान मानते थे। हिमालय पुत्र बहुगुणा वर्ष 1983 में बागेश्वर आए थे। उनके निधन से पर्यावरण प्रेमी खासे मायूस हैं और इस क्षति को उत्तराखंड के साथ ही देश के लिए भी अपूर्णीय बता रहे हैं।