मध्यप्रदेश के भिंड में 12 साल के बच्चे की हार्ट-अटैक से मौत की खबर ने डॉक्टरों समेत लोगों को हैरान कर दिया है।
हालांकि,मेडिकल साइंस में इसे आनुवांशिक लक्षणों के आधार पर रेयर स्थिति में संभव माना जा रहा है। हालांकि इसकी पहले से पहचान नहीं हो सकती है। मगर इतना जरूर है कि, अगर परिवार में हृदय रोगी हैं, तो परिवार के सभी सदस्यों को इस तरह की जांचें समय समय पर करा लेनी चाहिए।
विशेषज्ञ डाक्टर का कहना है कि, बीमारी आनुवांशिक होने पर लक्षण 18 से 21 वर्ष आयु के बाद ही देखने को मिल पाते हैं। मगर कम उम्र में कभी रेयर स्थिति में बीमारी का असर दिख सकता है। हायपरहोम्योसिस्टीमीनिया आनुवांशिक तौर पर अपने लक्षण दिखाती है। शरीर में विटामिन बी के प्रकारों की कमी होने से ऐसा होने लगता है। कई बार इसमें हाथ पैरों पर थक्के जमने लगते हैं। विटामिन के लेबल की जांच, ईसीजी, ब्लड सर्कुलेशन आदि जांच में इसके लक्षण दिख सकते हैं।