आराकोट क्षेत्र के निवासियों की आपदा के पुनर्निर्माण कार्य लम्बित पड़े हैं। दो वर्ष पहले आई आपदा में क्षेत्र के स्कूल भवन, अस्पताल, सड़कें व पुल बह गए थे, जिनका अभी तक पुनर्निर्माण नहीं हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि शासन उनकी अनदेखी कर रहा है। क्षेत्र में 18 अगस्त 2019 में आपदा आई थी, जिसमें क्षेत्र के चींवा, टिकोची, आराकोट कस्बे मलबे में दब गए थे। वहीं कोठीगाड पट्टी के माकुड़ी, डगोली, बरनाली, मलाना, धारा, झोटाड़ी, किराणू, जागटा, मोंडा व ब्लावट आदि गांवों की कृषि खेती व बागवानी तबाह हो गई थी। लेकिन आपदा के दो वर्ष बीत जाने के बाद भी यहां पुनर्निर्माण कार्य नहीं हुए हैं।