ऊधम सिंह नगर जिले के सरकारी अस्पतालों में ऑन्कोलॉजिस्ट की तैनाती न होने के कारण कैंसर का इलाज नहीं हो पा रहा है। कैंसर के मरीजों को कीमोथैरेपी के लिए सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी व ऋषिकेश एम्स भेजा जा रहा है। इलाज के अभाव में कई लोग अकाल मौत का शिकार भी हो रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, ऊधमसिंह नगर जिले में प्रतिमाह चार से पांच कैंसर पीड़ित मरीज सामने आते हैं, लेकिन शुुरुआती जांच के बाद उन्हें सुशीला तिवारी अस्पताल या ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर कर दिया जाता है। अधिकांश मरीजों में ब्लड कैंसर, स्किन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर व ब्रेन कैंसर की शिकायत मिलती हैं। एसीएमओ डॉ. हरेंद्र मलिक कहते हैं कि कैंसर का यदि पहली स्टेज में पता चल जाए तो आसानी से इलाज हो जाता है, लेकिन तीसरी स्टेज में पहुंचते-पहुंचते कैंसर घातक हो जाता है। उन्होंने कहा कि कैंसर को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार जागरूकता अभियान चला रहा है। शुक्रवार को भी जिलेभर में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे।