नशे के सौदागरों की गिरफ्तारी का मामला हरिद्वार। उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ द्वारा ज्वालापुर में छापे मारकर कुख्यात हिस्ट्रीशीटर सत्तार और उसके गिरोह के तीन लोगों को स्मैक के साथ गिरफ्तार किए जाने के मामले में पुलिस अधिकारियों ने सख्त कदम उठाया है। ज्वालापुर के कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी को लाइन हाजिर कर दिया गया है जबकि इस मामले में सीधी संलिप्तता रखने के आरोपी दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अब नशे के सौदागरों पर और सख्ती से शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
2 दिन पूर्व उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ टीम ने डीआईजी नीलेश आनंद भरणे तथा एसएसपी अजय सिंह के निर्देशन में ज्वालापुर में बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात हिस्ट्रीशीटर सत्तार और उसके गिरोह के तीन लोगों को स्मैक के साथ किया था। इस मामले में ज्वालापुर कोतवाली के सिपाही अमजद तथा नारकोटिक्स सेल में तैनात सिपाही शाहिद राजा को भी गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों पर आरोप है कि यह खुद भी अपराधियों से सांठगांठ करके नशे के नेटवर्क को बढ़ावा दे रहे थे।
इस मामले का खुलासा होने पर एसएसपी डी सेंथिल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ज्वालापुर के कोतवाल प्रवीण सिंह कोश्यारी को घोर लापरवाही मानते हुए लाइन हाजिर कर दिया। उनके स्थान पर चंद्र चंद्राकर नैथानी को नया कोतवाल बनाया गया है जबकि दोनों सिपाहियों को निलंबित कर सीओ मंगलौर पंकज गैरोला को पूरे प्रकरण के जांच सौंप दी गई है। ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले में और भी गंभीर कार्रवाई की जा सकती है।