उत्तराखंड का इतिहास हमेशा से ही गौरवशाली रहा है. उत्तराखंड देवी देवताओं के निवास के साथ ही ऋषि मुनियों की तपोस्थली भी मानी जाती है. यहां की संस्कृति और विरासत पूरे देश विदेश में जानी जाती है. इसी को देखते हुए डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने नैनीताल जिले को कुमाऊंनी और पारंपरिक शैली में संवारने का बीड़ा उठाया है, जिससे लोग यहां की परंपरा और विरासत से रूबरू हो सकें.
खबर रुड़की से आ रही है जहां सिविल लाइन कोतवाली क्षेत्र के सोलानी पार्क के पास एक किशोरी ने अनजान युवक को अपने पिता का नंबर देते हुए गंगनहर में छलांग लगा दी. देखते ही देखते किशोरी गंगनहर के तेज बहाव में बह गई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने युवक को दिए गए नंबर पर संपर्क किया. जिसकी पहचान सहारनपुर निवासी मीनाक्षी के रूप में हुई, जो रुड़की के कृष्णानगर कॉलोनी किसी रिश्तेदार के यहां आई थी. फिलहाल किशोरी के गंगनहर में कूदने के पीछे का कारण पता नहीं चल पाया है.बता दें कि गंगनहर पुल के पास एक किशोरी परेशान हालात में पहुंची. इस दौरान किशोरी ने एक कागज पर मोबाइल नंबर लिखा और वहां खड़े एक युवक को देते हुए कहा इस नंबर पर फोन कर बता देना कि उनकी बेटी ने गंगनहर में कूदकर जान दे दी है. इससे पहले की युवक कुछ समझ पाता किशोरी ने अचानक से गंगनहर में छलांग लगा दी. वहीं, मौके पर मौजूद एक अन्य युवक ने किशोरी को बचाने का काफी प्रयास किया, लेकिन वह उसे बचा नहीं सका. किशोरी तेज बहाव में लापता हो गई