नई दिल्ली: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि जब अच्छे अर्थशास्त्री नेता बनते हैं तो अपना इकोनॉमिक सेंस भूल जाते हैं। रघुराम राजन नेता बन गए हैं। अब उन्हें खुलकर सामने आना चाहिए, चुनाव लड़ना चाहिए, चुनाव कराना चाहिए और राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना चाहिए।
बता दें कि रघुराम राजन ने कहा था कि प्रोडक्शन लिंक्ड
इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत
भारत में मोबाइल फोन नहीं बनाए जा रहे, उन्हें बस असेंबल किया जा रहा है। राजन के इसी बयान पर वैष्णव से सवाल पूछा
गया था, जिसके जवाब में
उन्होंने ये बातें कहीं।
राजन किसी और की ओर से शैडो बॉक्सिंग कर रहे
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि राजन किसी और की ओर से शैडो
बॉक्सिंग कर रहे हैं। ये अच्छी बात नहीं है। शैडो बॉक्सिंग में हवा में पंच मारे
जाते हैं। इसमें लड़ने के लिए कोई विरोधी नहीं होता है। राजन को जब राजनीति करनी
है तो खुलकर सामने आना चाहिए। राजन इसी साल जनवरी में राहुल गांधी की भारत जोड़ो
यात्रा में शामिल हुए थे।
रेलवे, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री वैष्णव ने कहा कि हर देश जिसने
इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्माण शुरू किया है, उसने पहले कंप्लीटली नॉक्ड-डाउन (CKD), सेमी नॉक्ड-डाउन (SKD) को लाने और
प्रोडक्ट को असेंबल करने का मार्ग अपनाया है। इसके अलावा सिस्टम के
उत्पादन के बाद विभिन्न घटकों का उत्पादन होता है।
तीन कंपनियां बनाएंगी मोबाइल फोन के कम्पोनेंट्स
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अगले 2 सालों में भारत
इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में 30 फीसदी वैल्यू एडिशन हासिल कर लेगा। इसके अलावा 3 कंपनियां देश में
मोबाइल फोन के कम्पोनेंट्स बनाएंगी। आज ग्लोबल सप्लाई चेन इतनी कॉम्प्लेक्स है कि किसी भी देश
की वैल्यू एडिशन 40% से ज्यादा नहीं
है। उन्होंने कहा कि हर
देश में फोन प्रोडक्शन की कई स्टेज होती हैं। सबसे पहले फोन की असेंबलिंग होती है, फिर पार्ट्स बनाए
जाते हैं और बाद में पूरे सिस्टम बनने लगते हैं।