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• Sat, 29 May 2021 9:38 am IST


बाबा रामदेव के आचार्यकुलम से परिजनों को सौंपे गए चार बच्चे


हरिद्वार। छत्तीसगढ़ के 4 बच्चों को बाबा रामदेव के आचार्यकुलम में बंधक बनाए जाने का मामला देश व्यापी स्तर पर मीडिया में छाया तो स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया। छत्तीसगढ़ सरकार के सीधे हस्तक्षेप के बाद जिला प्रशासन भी हरकत में आया और रातों-रात चारों बच्चों को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।

छत्तीसगढ़ के जिला गरियाबंद निवासी एक परिवार के चार बच्चे हरिद्वार में बाबा रामदेव के स्कूल आचार्यकुलम में एलकेजी, पहली और छठवी कक्षा में पढ़ते हैं कोरोना के चलते स्कूल बंद है। ऐसे में बच्चों के परिजन उन्हें अपने साथ घर ले जाने के लिए आए थे लेकिन परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने प्रति बच्चा 50 हजार  रुपए सिक्योरिटी के रूप में देने की मांग रख दी। पैसे ना देने पर बच्चों को स्कूल में ही रखे जाने की बात कही। इस पर मामला तूल पकड़ गया स्थानीय प्रशासन से लेकर छत्तीसगढ़ सरकार तक गुहार लगाई गई तो यह मुद्दा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भी छा गया।

लगातार विवादों से घिरे जा रहे बाबा रामदेव से जुड़ा एक और प्रकरण सामने आने पर जिला प्रशासन भी हरकत में आया और आचार्यकुलम प्रबंधन तथा पतंजलि योगपीठ के संचालकों से संपर्क साधा गया ।   जिलाधिकारी सी रवि शंकर के निर्देश पर मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज ने चारों बच्चों को परिजनों के सुुपुर्द करा दिया। मुख्य शिक्षा अधिकारी आनंद भारद्वाज ने बताया कि इस मामले में परिजनों की ओर से शिकायत मिली थी। वो बच्चों को अपने साथ ले जाना चाहते थे और 26 मई को उन्होंने इस संबंध में आचार्यकुलम प्रबंधन से बात भी की थी। लेकिन परिजनों के आरोप कुछ ओर बताए जा रहे थे लेकिन हमने शिकायत पर जब आचार्यकुलम प्रबंधन से बात की तो उन्होंने बताया कि वो बच्चों को देने के लिए राजी है लेकिन चूंकि परिजनों के पास आरटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं थी इसके कारण मना किया गया था। बाद में परिजनों ने जब आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखाई तो उन्हें बच्चों के सुपुर्द करा दिया गया।