कुमाऊं में खतड़वा का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया। मान्यता है कि बरसात में गाय और अन्य पशुओं को कई तरह की बीमारी होती है। बरसात खत्म होने और शरद ऋतु के प्रारंभ में पशुओं के रोग-व्याधियों को भगाने के लिए खतड़वा मनाया जाता है। बता दें इस दौरान ककड़ी और अन्य स्थानीय फलों को खाने और बांटने की भी परंपरा चली आ रही है।