अल्मोड़ा जिले में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद आपदा के जख्मों पर मरहम नहीं लग पाया है। जिले में दो स्टेट हाइवे समेत 15 सड़क मार्गों पर अब भी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद है। इस कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मार्ग बाधित होने के कारण 35 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित है।पिछले दिनों हुई बारिश का सबसे अधिक असर जिले की सड़कों पर पड़ा है। जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण मुख्य मार्गों पर जगह-जगह मलबा और बड़े-बड़े बोल्डर आ गए हैं। इस कारण इन मार्गों पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है। स्थानीय लोग और बाहर से आने वाले लोग मार्ग बदलकर जैसे तैसे गंतव्य तक पहुंच रहे हैं। मार्ग बंद होने के कारण अब इन सड़कों से प्रभावित क्षेत्रों में अब जरूरी सामान की आपूर्ति भी बंद हो गई है। हालांकि पिछले दो-तीन दिनों से सड़क मार्गों को खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन अब इन बाधित इन मार्गों को खोला नहीं जा सका है।
इन सड़कों पर आवाजाही है बंद
खैरना-रानीखेत- रामनगर हाइवे, सिमलखेत-काफलीखान मार्ग, ध्याड़ी- मिरगांव मार्ग, सिंधिया मल्ला- तड़कोट मार्ग, खेती-जटेश्वर मार्ग, वृद्ध जागेश्वर मार्ग, तोली- जिंगोली मार्ग, जैंती-सिल्टाचापड़ मार्ग, दन्योली-चौकुना मार्ग, दुबरौली- धौनी मार्ग, ज्वारनैड़ी- बसगांव मार्ग, जैंती- नया संग्रोली मार्ग, मोरनौला- खांकर, मंगलता-त्रिनैली, धौलादेवी- बजेली मार्ग।