हरिद्वार जेल में सलाखों के पीछे पहुंचे बंदी अब हरिद्वार जेल में राम, लक्ष्मण, सीता और रावण के पात्र निभाते नजर आ रहे हैं. कर कैदी असत्य पर सत्य की जीत का संदेश दे रहे हैं. वहीं इस बारे में जेल अधीक्षक मनोज कुमार आर्य का कहना है कि कैदियों में देश प्रेम एवं आध्यात्मिक भावना को उजागर करना और उच्च गुणों का विकास करना ही हमारी प्राथमिकता है. जिसमें रामलीला जैसे मंचन कैदियों की मानसिकता को बदलने में बहुत सहायक होते हैं. जेल अधीक्षक ने बताया कि दशहरे तक चलने वाली रामलीला के लिए कैदी महीने भर से अभ्यास कर रहे थे. रामलीला में अभिनय कर रहे कैदियों का भी मानना है कि ऐसे धार्मिक मंचन कैदियों को अपराध की दुनिया से निकलने में सहायक होते हैं. उन्हें यहां अभिनय कर बहुत ही धार्मिकता का अनुभव हो रहा है.