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• Tue, 2 Feb 2021 1:34 pm IST


Happy birthday "Khushwant Singh"



भारत के एक प्रसिद्ध पत्रकार, लेखक, उपन्यासकार और इतिहासकार रहे खुशवंत सिंह जी के 99 वर्ष के हो चुकें हैं. आज इस खास मौके पर आइए जानते हैं इनके जीवन के कुछ अनछुए पहलू।

उन्होंने एक बार वर्णन किया था कि एक लेखक होने के लिए क्या होता है: “कभी-कभी आप कागज की एक खाली शीट को घूरते हुए बैठते हैं। आपके पास लिखने के लिए शीट भर जाने तक उठने का दृढ़ संकल्प नहीं होगा।

साथ ही उन्होंने कहा था कि इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में हुए सिख विरोधी दंगों के बाद के प्रभावों पर ध्यान देने के बाद भारत की राजनीतिक प्रणाली में उनका विश्वास गड़बड़ा गया था।

 उन्होंने भारत और इजरायल के बीच अच्छे राजनयिक संबंधों की वकालत की और उन अरब देशों को विस्थापित नहीं किया जहां भारतीयों ने काम किया था।

खुशवंत सिंह सभी संगठित धर्मों के खिलाफ थे। उनके अनुसार, “ईश्वर में विश्वास किए बिना कोई भी संत हो सकता है और उस पर विश्वास करने के बावजूद एक घृणित खलनायक हो सकता है। मेरे व्यक्तिगत धर्म में, कोई भगवान नहीं है! ” सिंह ने आगे कहा था कि वह मनुष्य के पुनर्जन्म या पुनर्जन्म और न्याय के दिन, स्वर्ग या नरक में विश्वास नहीं करते है। वह इस अवधारणा में विश्वास करते है कि मृत्यु अंतिम है।

खुशवन्त सिंह का जन्म 2 फ़रवरी 1915 को हदाली, पंजाब में एक सिख परिवार में हुआ था। उन्होंने government college, Lahore और Cambridge University London में शिक्षा प्राप्त करने के बाद लन्दन से ही क़ानून की डिग्री ली। कानून की डिग्री लेने के बाद उन्होंने लाहौर में वकालत शुरू की.  इतना ही नहीं बल्कि एक पत्रकार के रूप में भी खुशवन्त सिंह ने बहुत ख्याति अर्जित की। एक पत्रकार के रूप में भी इन्हें बहुत लोकप्रियता मिली। उन्होंने पारम्परिक तरीका छोड़ नये तरीके की पत्रकारिता शुरू की। भारत सरकार के विदेश मन्त्रालय में भी उन्होंने काम किया। 1980 से 1986 तक वे राज्यसभा के मनोनीत सदस्य रहे। उनकी लिखी किताब t

Train to Pakistan बेहद लोकप्रिय हुई। इस पर फिल्म भी बन चुकी है। उन्हें पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा उन्होंने लगभग 100 महत्वपूर्ण किताबें लिखी।  साहित्य के क्षेत्र में पिछले सत्तर वर्ष में खुशवन्त सिंह का विविध आयामी योगदान महत्त्वपूर्ण रहा है। खुशवन्त सिंह जितने भारत में लोकप्रिय थे उतने ही पाकिस्तान में भी लोकप्रिय थे।

इसी के साथ एक बार फिर से उन्हें उनकी जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं.