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DevBhoomi Insider Desk
• Wed, 17 Nov 2021 9:00 am IST


पद्मश्री के सम्मान में जेपीआरआर हाईवे पर लगी जौनसारी हारुल


पद्मश्री प्रगतिशील किसान प्रेमचंद शर्मा के पैतृक गांव अटाल पहुंचने पर जश्न का माहौल रहा। ग्रामीणों ने गाजे-बाजे के साथ परपंरागत तरीके से उनका स्वागत किया। स्थानीय ग्रामीणों ने पद्मश्री सम्मान मिलने की खुशी में हारुल और लोक गीत के साथ तांदी नृत्य की शानदार प्रस्तुति से समा बांधा। ग्रामीणों का उत्साह देख पद्मश्री प्रेमचंद भी जौनसारी तांदी नृत्य में सबसे आगे नाचे। गांव के पंचायती आंगन में देर रात तक नाच-गाने का दौर चला।

कृषि के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए जौनसार के सीमांत देवघार खत से जुड़े अटाल निवासी किसान प्रेमचंद को हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों पुरस्कार मिला। दिल्ली से लौटे पद्मश्री प्रेमचंद का ग्रामीणों ने परपंरागत अंदाज में ढोल-दमोऊ के साथ जोरदार स्वागत किया। करीब ढाई लाख की आबादी वाले जनजाति क्षेत्र जौनसार-बावर के पहले व्यक्ति को देश का सर्वोच्च पुरस्कार मिलने से ग्रामीणों और महिलाओं में खुशी का माहौल रहा। सभी ने बाजार के बीच जेपीआरआर हाईवे पर हारुल के साथ सामूहिक रूप से जौनसारी तांदी नृत्य किया। ग्रामीणों का उत्साह देख पद्मश्री और उनके छोटे भाई जेबीपी फांउडेशन के चेयरमैन एसएन शर्मा भी तांदी नृत्य करने से खुद को नहीं रोक पाए।