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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 7 May 2022 8:30 pm IST


धामी के लिए शुभ संकेत, देखिए अब तक के CM के उपचुनाव के रिजल्ट


31 मई को उत्तराखंड की चंपावत विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने जा रहा है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं. दरअसल धामी अपनी परंपरागत सीट खटीमा से विधानसभा का चुनाव हार गए थे. इसके बावजूद बीजेपी ने उन पर विश्वास जताते हुए फिर से मुख्यमंत्री बनाया. धामी के चुनाव लड़ने के लिए चंपावत से पार्टी के विधायक कैलाश गहतोड़ी ने अपनी सीट छोड़ दी थी. सीएम धामी को 6 महीने के अंदर विधानसभा की सदस्यता लेनी है. इसलिए चंपावत विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहा है. आइए अब आपको बताते हैं उत्तराखंड में कब-कब मुख्यमंत्रियों ने उप चुनाव लड़े और उनका क्या परिणाम रहा. उत्तराखंड बनने के बाद 9 नवंबर 2000 में बीजेपी की अंतरिम सरकार बनी थी. 2002 में जब उत्तराखंड के पहले विधानसभा चुनाव हुए तो कांग्रेस ने बाजी मारी. कांग्रेस हाईकमान ने नारायण दत्त तिवारी को मुख्यमंत्री बना दिया. ऐसे में नारायण दत्त तिवारी को उप चुनाव लड़कर विधानसभा की सदस्यता लेनी पड़ी. एनडी तिवारी ने रामनगर सीट से उपचुनाव लड़ा था. कांग्रेस के दिग्गज नेता नारायण दत्त तिवारी के लिए पार्टी के रामनगर से विधायक योगंबर रावत ने सीट खाली कर दी थी. इस तरह एनडी तिवारी ने रामनगर सीट से उपचुनाव लड़कर विधानसभा की सदस्यता हासिल की थी. एनडी तिवारी उत्तराखंड के पहले मुख्यमंत्री थे जो उपचुनाव लड़े और धमाकेदार अंदाज में जीते. अब तक चार मुख्यमंत्री उत्तराखंड विधानसभा सदस्य बनने के लिए उपचुनाव लड़े हैं. चारों मुख्यमंत्रियों ने आसानी से उपचुनाव जीते हैं. पुष्कर सिंह धामी उत्तराखंड के पांचवें मुख्यमंत्री हैं जो विधानसभा सीट का उपचुनाव लड़ने जा रहे हैं. खटीमा में हार का स्वाद चख चुके धामी की राजनीतिक किस्मत का ताला 31 मई को चंपावत में ईवीएम में बंद होगा. 3 जून को चंपावत उपचुनाव का परिणाम जब आएगा तो पता चल जाएगा कि पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री के रूप में उपचुनाव जीतने के एनडी तिवारी, बीसी खंडूड़ी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत का रिकॉर्ड कायम रख पाते हैं या फिर ये रिकॉर्ड टूटता है.