ग्रामीण उर्मिला, बाला, राजेश, मंजू देवी, शालू, खुशी, पूनम, संतोष आदि का कहना है कि सरकार प्रत्येक घर को पानी पहुंचाने का दावा कर रही है। लेकिन पेयजल निगम लोगों के घरों तक लाइन नहीं बिछा रहा है। ठेकेदार मनमाने ढंग से कार्य कर रहे हैं। पिंकी, मीनाक्षी, शकुंतला, अर्पणा, शशि, सुशीला, रेखा, ममतेश, ममता, सरोज, बबीता आदि महिलाओं का कहना है कि भीषण गर्मी में लोग पानी के लिए तरस रहे हैं। घरों में आने वाला पानी पीने लायक नहीं है। दूषित पानी बच्चों को बीमार कर रहा है। संबंधित ठेकेदार से पानी की पाइप लाइन डालने को बोला गया तो उन्होंने साफ इंकार कर दिया। ठेकेदार का कहना है कि उन्हें घरों तक पाइप-लाइन डालने के आदेश नहीं मिले हैं।